टीआई ग्रेटर फरीदाबाद ने करीब 500 छात्रों को साइबर क्राइम,महिला सुरक्षा और डायल 112 ऐप के संबंध में किया जागरूक:डीसीपी राजेश दुग्गल
बल्लबगढ़-25 जनवरी।
हरियाणा उदय (विजेंद्र फौजदार)
डीसीपी बल्लबगढ़ राजेश दुग्गल के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के तहत ग्रेटर फरीदाबाद टीआई सतीश कुमार व टीआई बल्लबगढ महावीर ने अपनी टीम के साथ गर्ल्स गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बल्लबगढ़ में अध्यापक गण और छात्र छात्राओं को महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम, नशे से बचने और डायल 112 ऐप के संबंध में जागरूक किया है।
साइबर क्राइम–
पुलिस टीम ने साइबर फ्रॉड की जानकारी दी कि पीडितो को कुछ मिनट में ही लोन देने के लिए, घर बैठे लोन उपलब्ध करवाने का लालच देती हैं और फर्जी ऐप डाउनलोड करता दे, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढवाने के नाम पर, घर बैठे कमाने का लालच, फ्री गिफ्ट, लॉटरी लगना के नाम पर, वाउचर जीतने के नाम पर, KYC के नाम पर, बैं क कर्मी बनकर, विदेश भेजने के नाम पर, जाब दिलाने के नाम पर, अश्र्लील वीडियो कॉल रिकॉर्ड से ब्लैकमेल कर और बचाव के संबंध में किसी को भी अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी शेयर न करने, अज्ञात फर्जी नंबरों से आने वाले फोन कॉल से सावधान रहे। फोन पर आने वाली कॉल्स और मैसेज के झांसे में आने से बचें। जागरूकता ही बचाव है।
महिला सुरक्षा–
निरीक्षक सतीश कुमार ने महिला विरुद्ध अपराध एक्ट व डायल 112 ऐप के बारे में जागरूक करते हुए स्कूल में पढ़ रहे छात्रओं को विद्यार्थियों को बैड टच के बारे बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति ने गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में अपने परिजनों को बताएं क्योंकि यदि वह इसका विरोध नहीं करेंगे वह फिर से उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करेगा। चुप रहकर इसे सहन करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आगे चलकर उनके शोषण का कारण बन सकता है।
डायल 112 ऐप–
टीआई बल्लबगढ़ महावीर ने बताया कि डायल 112 की गाड़ियों पर किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर डायल 112 पुलिस टीम गाड़ी 05 से 10 मिनट में मौके पर पहुंचेगी और समस्या का समाधान करेगी साथ ही जैसे किसी एक्सीडेंट की सूचना मिलती है तो डायल 112 की गाड़ी में फर्स्ट एड किट भी मौजूद रहती है जिससे कि घायल व्यक्ति का प्राथमिक उपचार किया जा सके। इसके साथ ही निरीक्षक ने मौजूद छात्राओं को डायल 112 इंडिया डाउनलोड और संचालन करना सिखाया।
नशा के दुष्परिणाम–
इसके साथ ही पुलिस टीम ने नशे के दुष्परिणाम के बारे में जागरूक किया। नशा एक खरतनाक बीमारी है। जिससे युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। और वह क्राइम के रास्ते पर चल पड़ते हैं। जिसकी वजह से ही परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर कोई नशा करता है तो उसकी सूचना तुरतं पुलिस को दे। दोषी पर कार्यवाही की जाएगी व नाम गुप्त रखा जाएगा।