पलवल। 06 नवंबर।
सुनील कुमार जांगड़ा.
आई ए एस डॉ हरीश कुमार वशिष्ठ उपायुक्त एवम अध्यक्ष ज़िला रैड क्रॉस सोसाइटी पलवल के निर्देशानुसार बिजेन्द्र सौरोत सचिव के कुशल नेतृत्व में जिला रैड क्रॉस क्रॉस सोसाइटी पलवल द्वारा पाँच दिवसीय जिला स्तरीय यूथ रैड क्रॉस प्रशिक्षण शिविर 05.11.2024 से 09.11.2024 तक रामानुजन कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ओरंगाबाद, पलवल के परिसर में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण शिविर में जिले के विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने हिस्सा ले रहे हैं । जिसमे 10 विश्वविद्यालय कॉलेज से 100 विद्यार्थी व 09 यूथ रेडक्रॉस काउंसलर द्वारा भाग लिया जा रहा है।
आज दूसरे दिन शिविर का विधिवत शुभारंभ रेडक्रॉस झंडा गीत व सभी प्रतिभागियों को योग कराके व यातायात नियमो की पालना करने हेतु शपथ दिलाकर की गई |
इस अवसर पर डॉ० शुर्ती सिंह सहायक प्रोफेसर ( अंग्रेज़ी ) राज्यकीय महिला महाविद्यालय मंदकोला के द्वारा मानव जीवन जीने के नैतिक मूल्यों के बारे में जागरूक किया व समाज में एक अच्छे नागरिक की क्या भूमिका है उसके उपर भी विस्तृत चर्चा की गई तथा इसके साथ ही उन्होंने बताया की यूथ रेडक्रॉस कैंप लगाना क्यों जरुरी है तथा इसका हमारे जीवन में क्या महत्त्व है के बारे में जानकारी दी गई |
जिला प्रशिक्षण अधिकारी नीतू सिंह ने मंच संचालन किया तथा उपस्थित प्रतिभागियों को प्राथमिक सहायता के मूल नियम, सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई | अल्पना मित्तल, प्रवक्ता ने सभी को क़ानूनी सलाह व हेल्प लाइन नंबर की जानकारी के साथ साथ अपने अधिकार व कर्तव्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इसी कड़ी में डॉ० प्रशांत गुप्ता के द्वारा प्रतिभागियों को रक्तदान, हेपेटाइटिस बी0सी0, मलेरिया, एच0आई0वी0/ एड्स आदि बीमारियों एवम उनके बचाव बारे में जागरूक किया | इसके उपरांत सभी प्रतिभागियों को आचार्य राम कुमार बघेल, ग्रीन एम्बेसडर एवम संस्थापक मिशन प्रकृति बचाओ पर्यावरण सचेतक समिति, पलवल ने पर्यावरण सुरक्षा, जल एवम मिट्ठी बचाओ, गोरैया एवम अन्य मित्र कीटो की सुरक्षा करने व ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने बारे जागरूक किया व मास्टर थानसिंह एवम देव भी उपस्थित रहे |
शिविर के दूसरे दिन के सफल आयोजन में विभिन्न महाविद्यालयों के अध्यापकों अंकित, योगेश , अनुपम, गीता, कंचन कुमारी, देवकांत,राजू व जिला रैड क्रॉस सोसाइटी पलवल से भोजपाल सहरावत, नितिन कुमार, आरती मौर्य, अनीता शर्मा, सूर्यकांत आदि का अहम योगदान रहा।