
फरीदाबाद.2 सितंबर।
सुनील कुमार जांगड़ा.
हरियाणा पुलिस में तैनात उप निरीक्षक डॉक्टर अशोक कुमार वर्मा की कलम द्वारा लिखा कि खाकी का पथ है अत्यंत दुष्कर और खाकी हूं।
खाक से बना हूं।
खाकी पहनता हूँ।
खाकी क्या है।
यह अच्छे से जानता हूँ।
खाकी का पथ है अत्यंत दुष्कर।
कर्म और धर्म को रखे कसकर।
कर्तव्य है कर्म से नित्य बढ़कर।
सत्य है कटु, परिणाम रुचिकर।
मांगता है नित्य त्याग और बलिदान।
परीक्षा की घड़ी में न हो मलिन मान।
सदा सदा खाकी की यही है पहचान।
सदा सदा खाकी की यही है पहचान।
खाकी का नाम यूँ ही खाकी नहीं है मित्रों।
कर्तव्य के पथ पर बलिदान दे देती है खाकी।
देश में कोई संकट हो उसको हरती है खाकी।
शत्रु हो जो कोई उसे ख़ाक में मिलाती है खाकी।