
भारत/टोरंटो-कनाडा.08 अगस्त।
गौरीश.
गौभक्त श्री संजीव कृष्ण ठाकुर जी ने (टोरंटो-कनाडा) में आज भगवान शिव के कुछ प्रमुख नाम और उनसे प्रदत्त संदेश को जानते हैं।
शिव – अर्थात् कल्याण स्वरूप।
हमारा जीवन स्वयं के साथ-साथ दूसरों के लिए सदा कल्याण स्वरूप बने, ऐसा सदैव प्रयास करना चाहिए।
भोलेनाथ – सरल और सहज।
जीवन सदा सरल और सहज होना चाहिए। जिसके जीवन में सरलता और सहजता है, वह जीव सबका प्रिय बन जाता है।
आशुतोष – अतिशीघ्र प्रसन्न होने वाले।
मनुष्य को चाहिए कि जो मिले जब मिले और जितना मिले उसी में प्रसन्न रहना चाहिए, संतोष से बड़ा कोई सुख नहीं।
महादेव – देवों के भी देव।
हमेशा प्रतिक्षण कुछ नया करने का कुछ बड़ा करने का और कुछ श्रेष्ठ करने का संकल्प अपने आप में उत्पन्न करना चाहिए ।
नीलकंठ – नीले कंठ वाले।
दुनियाँ की बातों को सुनो, जो काम का है उसे जीवन में उतारो और जो काम का नहीं है उसे जीवन से उतारो। सबकी सुनो लेकिन जो काम का हो केवल उसे चुनो।
मृत्युंजय – मृत्यु पर भी विजय प्राप्त करने वाले।
हमारे कर्म इतने श्रेष्ठ और दिव्य होने चाहिए कि मृत्यु हमें नहीं अपितु कीर्तिवान बनकर हम ही मृत्यु को परास्त कर दें।
वृषभ वाहन – बैल की सवारी करने वाले।
हम सदा शुभ करें, श्रेष्ठ करें और सदैव इस बात का ध्यान रहे कि हमारा प्रत्येक आचरण धर्ममय हो।