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मसूरी.20 दिसंबर।

अखिल नाथ.

मसूरी और लैंडौर 21 और 22 दिसंबर 2024 को लैंडौर मेला के 10वें संस्करण की मेजबानी के लिए तैयार हैं। यह आयोजन उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत, सामुदायिक भागीदारी और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन मंच है। यह मेला हिमालयी परंपराओं और आधुनिकता के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करता है।

आयोजन का समय और स्थान
लैंडौर मेला का आयोजन दो दिन तक चलेगा। इसमें किसी भी व्यक्ति को शामिल होने के लिए पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है, और यह सभी के लिए नि:शुल्क है। मेले की शुरुआत 21 दिसंबर की सुबह 7 बजे से होगी और 22 दिसंबर की रात तक जारी रहेगी। आयोजन स्थल लैंडौर और मसूरी की खूबसूरत पहाड़ियों पर होगा, जहां मेले के साथ ही प्रकृति की मनोरम सुंदरता का आनंद भी लिया जा सकेगा।

मुख्य गतिविधियां और कार्यक्रम
मेले में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जो सभी उम्र के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगी।

  • बर्डवॉचिंग सेशन: यह कार्यक्रम सुबह 7 बजे शुरू होगा और पक्षी प्रेमियों को हिमालयी पक्षियों को नजदीक से देखने का मौका देगा।
  • कोल्टी गांव ट्रेक और जंगल की सैर: सुबह 9 बजे से आयोजित इस ट्रेक में पर्यटक जंगलों की सैर के साथ-साथ कोल्टी गांव की पारंपरिक संस्कृति से रूबरू होंगे।
  • लैंडौर कैनवस: बच्चों के लिए आयोजित यह कला प्रतियोगिता दोपहर 12 बजे शुरू होगी, जिसमें प्रतिभागी अपनी कल्पनाशक्ति का प्रदर्शन करेंगे।
  • विंटरलाइन हेरिटेज वॉक: शाम 4 बजे से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम ऐतिहासिक स्थलों और मसूरी की प्रसिद्ध विंटरलाइन को देखने का अवसर प्रदान करेगा।
    स्थानीय बाजार और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
    लैंडौर मेले का एक मुख्य आकर्षण इसका जीवंत बाजार होगा, जहां स्थानीय कारीगर और शिल्पकार अपने हस्तशिल्प, वस्त्र, और जैविक उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। यह बाजार पर्यटकों को न केवल खरीदारी का मौका देगा, बल्कि स्थानीय शिल्प को समझने का भी अवसर प्रदान करेगा।
    सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में पारंपरिक गढ़वाली लोकगीत और नृत्य शामिल होंगे, जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक विविधता को उजागर करेंगे। इन कार्यक्रमों में हिमालयी संस्कृति की समृद्धि को करीब से देखने का मौका मिलेगा।

पर्यावरणीय जागरूकता और प्रकृति प्रेम
मेले का एक और महत्वपूर्ण पहलू पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देना है। नेचर वॉक, बर्डवॉचिंग, और पर्यावरणीय सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को प्रकृति के महत्व और संरक्षण के तरीकों के बारे में बताया जाएगा।

आयोजक और सहयोगी संस्थान
लैंडौर मेला का आयोजन ग्रीन लाइफ® के नेतृत्व में किया जा रहा है। इसमें स्थानीय और सरकारी संगठनों का भी सहयोग है, जैसे कि लैंडौर छावनी परिषद, उत्तराखंड वन विभाग (मसूरी डिवीजन), और मसूरी व्यापार संघ। इसके अतिरिक्त, रोटरी क्लब मसूरी और केलॉग मेमोरियल चर्च भी आयोजन में शामिल हैं।
मेले का महत्व-यह मेला न केवल उत्तराखंड की संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करता है, बल्कि पर्यटकों को हिमालय की परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करने का मौका भी देता है। यह आयोजन स्थानीय कारीगरों और किसानों को एक मंच प्रदान करता है, जिससे उनकी कला और उत्पादों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचने का अवसर मिलता है।
संक्षेप में-लैंडौर मेला 2024 न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव है, बल्कि यह सामुदायिक एकता और पर्यावरणीय जागरूकता का प्रतीक भी है। 21 और 22 दिसंबर को इस मेले का हिस्सा बनकर आप उत्तराखंड की समृद्ध परंपराओं और हिमालयी सौंदर्य का अनुभव कर सकते हैं।

By HUWeb

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