

फरीदाबाद: 7 मार्च।
सुनील कुमार जांगड़ा.
पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता व एडीजीपी यातायात हरदीप सिंह दून के आदेश पर पुलिस उपायुक्त यातायात जसलीन कौर के निर्देश पर एसएचओ ट्रफिक के नेतृत्व में यातायात पुलिस टीम ने नो-इंट्री, वाहन चालाते समय मोबाईल का प्रयोग करना, खतरनाक ड्राइविंग, ओवर स्पीड, ड्रिंक एड़ ड्राइव, रॉंग साइड, लाइन चेंज, रॉंग पार्किंग, विदाउट हेलमेट, ट्रपिल राइडिंग, ब्लैक फिल्म, रेड एंड ब्लू लाइट, प्रेसर हॉर्न और बिना नम्बर प्लेट के वाहन ड्राइव करने के 1,33,521 वाहन चालको के चालान किए गए है।
डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि सड़क दुर्घटना में कमी लाने और ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना पर अंकुश लगाने के अंतर्गत ट्रफिक पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ 1 जनवरी से 28 फरवरी तक एक्सीडेंट फ्री फरीदाबाद-सुरक्षित फरीदाबाद अभियान के अंतर्गत 1,33,521 वाहन चालको के चालान काटे गए। जिसमे नो-इंट्री के 4491, वाहन चालाते समय मोबाईल का प्रयोग करने पर 384, खतरनाक ड्राइविंग करने पर 2624, ओवर स्पीड के 7723 , ड्रिंक एड़ ड्राइव 1177, रॉंग साइड 11469, लाइन चेंज 148, रॉंग पार्किंग 29969, विदाउट हेलमेट 38106, ट्रपिल राइडिंग 2728, ब्लैक फिल्म 1560, रेड एंड ब्लू लाइट 76, प्रेसर हॉन के 293 और बिना नम्बर प्लेट 7018 चालान काटे गए है। पिछले वर्ष 2024 जनवरी- फरवरी माह में कुल 47903 वाहन चालको के चालान काटे गए थे।
डीसीपी ने बताया कि इस अभियान के तहत वाहन चालको के चालान किए गए जिसमें नो-इंट्री, वाहन चालाते समय मोबाईल का प्रयोग करना, खतरनाक ड्राइविंग, ओवर स्पीड, ड्रिंक एड़ ड्राइव, रॉंग साइड, लाइन चेंज, रॉंग पार्किंग, विदाउट हेलमेट, ट्रपिल राइडिंग, ब्लैक फिल्म, रेड एंड ब्लू लाइट, प्रेसर हाँर्न और बिना नम्बर प्लेट चालान कर 1,07,32,704/-रु जुर्माना का राजस्व में जमा कराया है।
उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी में फेटल एक्सीडेंट 26 व नोन फेटल के 36 दुर्घटनाएं घटित हुई है तथा माह फरवरी में फेटल की 17 व नोन फेटल की 39 दुर्घटनाएं हुई है।
समय समय पर वाहन चालको को जागरुक किया जाता है कि वह अपनी लाइन में ड्राइव, नो-एंट्री में प्रवेश न करें। दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के यात्रा न करे। नो-एंट्री में प्रवेश की वजह से लोगो को जाम का सामना करना पडता है जिसके कारण कई बार दुर्घटना होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। जिसमें कई व्यक्तियों की जान तक चली जाती है। इसके साथ ही उन्हें समझाया गया कि कम उम्र के बच्चों को वाहन चलाने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है क्योंकि उन्हें यातायात नियमों का ज्ञान नहीं होता जिसकी वजह से वह सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो सकते हैं इसलिए बच्चों को वाहन चलाने के लिए न दें। पुलिस ने चालकों को सड़क सुरक्षा का महत्व बताते हुए यातायात नियमों का अनुसरण करने के लिए जागरूक किया। पुलिस ने चालकों को सड़क सुरक्षा का महत्व बताते हुए यातायात नियमों का अनुसरण करने के लिए जागरूक किया।