फरीदाबाद, 23 अक्टूबर।
सुनील कुमार जांगड़ा.
उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रेड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद विक्रम सिंह के निर्देशानुसार एवं सचिव बिजेंद्र सौरोत के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर 2024 तक राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनआईटी-5 फरीदाबाद के प्रांगण में चल रहे जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन का आरंभ रेडक्रॉस प्रार्थना व रेडक्रॉस झंडा गीत के साथ शुरू हुआ।
प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता दर्शन भाटिया ने जूनियर्स को प्राथमिक चिकित्सा की ट्रेनिंग दी और बताया कि हम किस प्रकार से एक दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की जान बचा सकते हैं।
प्रतिनिधि दधीचि देहदान समिति, नई दिल्ली से विकास भाटिया ने देह दान से सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया कि देह दान: कोई भी व्यसक शारीरिक अध्ययन, वैज्ञानिक अनुसंधान और शिक्षा के लिए मेडिकल कॉलेजों को अपना शरीर दान कर सकता है। मृत्यु के बाद देहदान करने की इच्छा का पंजीकरण सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के एनाटॉमी विभाग में संभव है। हालांकि माता-पिता अपने बच्चे के शरीर को दान करने का निर्णय ले सकते हैं।
उपनिरीक्षक पुलिस प्रशासन के प्रतिनिधि चेतन द्वारा जूनियर्स को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी अपरिचित व्यक्ति की फोन कॉल आने पर अपने वित्तीय मामले की डिटेल कभी भी शेयर न करें। सोशल साइट के माध्यम से या ऑनलाइन मदद के नाम पर रुपये मांगने वालों को बिना पहचान किए कोई धनराशि न दें। किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने अकाउंट का विवरण, एटीएम कार्ड नंबर, पिन नंबर, ओटीपी नंबर व एसएमएस को शेयर न करें। साइबर अपराध से बचने के लिए जूनियर्स को स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा।
ट्रैफिक ताऊ बीरेंद्र बल्हारा के द्वारा सड़क सुरक्षा सहित यातायात नियमो के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सड़क पर हमेशा बाईं और चले, बाइक चलते समय हेलमेट का प्रयोग करें, अधिक स्पीड से वाहन को ना चलाये, साथ ही चार पहियों के वाहन पर सीट बेल्ट का उपयोग करने सहित सड़क सुरक्षा को लेकर अनेको प्रकार कि जानकारी दी। जिससे की किसी प्रकार का खतरा ना हो सके।
रेडक्रॉस टी आई प्रोजेक्ट के मैनेजर सुशील कुमार के द्वारा एचआईवी/एड्स बीमारी के बारे में जागरूक किया उनके द्वारा बताया गया कि भारत एचआईवी/एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है। एड्स नामक इस भयानक बीमारी ने देश की एक बड़ी आबादी को अपने प्रभाव में जकड़ रखा है। एचआईवी से संबंधित मामलों को पूर्ण रूप से ख़त्म किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं एवं पिछले कुछ वर्षों में भारत ने इस प्रयास में अंशतः सफलता भी पाई है।
अंत में शिविर सयोंजक डॉ एम पी सिंह के द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करने हुए कहा कि जिस घर में माता पिता की सेवा होती है वह घर स्वर्ग होता है, इसलिए हम सब का कर्त्तव्य बनता है कि अपने माता पिता एवं बुजुर्गों की सेवा करें। बुजुर्गों कि छाया ही हमे सांसारिक समस्या के ताप से बचाती है। इनके पास अनुभव का एक ऐसा खज़ाना होता है जिसमे हर समस्या कि चाबी होती है।
इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्राथमिक चिकित्सा के मास्टर ट्रेनर मीनू कौशल, दर्शन भाटिया, अरविंद शर्मा, मनदीप, सरोज बाला व अन्य रेडक्रॉस स्टाफ एवं स्कूल स्टाफ ने पूर्ण सहयोग दिया।