मुख्यमंत्री की 2025-26 बजट घोषणाओं की समयबद्ध पूर्ति के दिए सख्त निर्देश
सभी विभाग दिसंबर 2025 तक दिखाएं कार्य प्रगति, जनहित की घोषणाओं को प्राथमिकता मिले
चंडीगढ़, 13 जून।
सुनील कुमार जांगड़ा.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा वित्त मंत्री के रूप में वर्ष 2025-26 के बजट अभिभाषण में की गई घोषणाओं को लेकर अब प्रशासनिक स्तर पर तीव्रता लाई जा रही है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि ये घोषणाएं केवल वादे नहीं, बल्कि जनकल्याण के लिए संकल्प हैं, जिन्हें धरातल पर उतारना पहली प्राथमिकता है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि दिसंबर 2025 से पूर्व सभी घोषणाओं की ठोस प्रगति नजर आनी चाहिए।
डॉ. साकेत कुमार आज हरियाणा निवास में आयोजित एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें बिजली, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास, शहरी स्थानीय निकाय, माध्यमिक, उच्चतर एवं तकनीकी शिक्षा, पर्यटन एवं विरासत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, नगर एवं ग्राम आयोजना, अभिलेखागार तथा आवास विभाग से संबंधित 79 घोषणाओं की स्थिति का गहन मूल्यांकन किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग को अपनी घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए ताकि कार्यप्रणाली में स्पष्टता और उत्तरदायित्व बना रहे। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि घोषणाओं के लिए आवश्यक धनराशि की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
शिक्षा विभाग विशेष फोकस में
डॉ. साकेत कुमार ने बताया कि वर्ष 2025-26 के बजट में शिक्षा से जुड़ी सर्वाधिक 28 घोषणाएं की गई हैं। माध्यमिक, उच्चतर और तकनीकी शिक्षा विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अन्य संबद्ध विभागों के साथ समन्वय कर फाइल प्रक्रिया शीघ्रता से पूरी करें, ताकि सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण हो सकें।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सभी घोषणाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर हरियाणा इंजीनियरिंग वर्क्स पोर्टल पर अपलोड करें और जल्द से जल्द निविदा प्रक्रिया पूरी करें।
शहरी क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था भी एजेंडे में
उन्होंने शहरी क्षेत्रों में पुराने कचरे के निस्तारण को भी प्राथमिकता से करने को कहा ताकि स्वच्छता के क्षेत्र में ठोस बदलाव महसूस हो सके।
डॉ. साकेत कुमार के नेतृत्व में हुई यह समीक्षा बैठक एक स्पष्ट संदेश देती है कि सरकार की घोषणाएं केवल भाषण तक सीमित नहीं, बल्कि जनहित के ठोस कदम हैं, जिन्हें तय समय में साकार किया जाएगा।
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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कुरुक्षेत्र में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा: आरती सिंह राव
- राज्य में आयोजित योग सत्रों में 15 लाख से अधिक लोग भाग ले चुके हैं
चंडीगढ़, 13 जून – हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पहले आयोजित योग शिविरों को लेकर राज्य में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से 25 दिन पहले योग सत्र शुरू करने की घोषणा की थी और अब तक राज्य भर में 15 लाख से अधिक लोग इन सत्रों में सक्रिय रूप से भाग ले चुके हैं।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि लाखों प्रतिभागियों ने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प लिया है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कुरुक्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव भी मौजूद रहेंगे। चूंकि यह 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है, इसलिए हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि पूरे राज्य में 11 लाख लोग एक साथ योग करें। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के बीच पौधे बांटने में भी सक्रिय रूप से लगी हुई है और योग करने के साथ-साथ हम पर्यावरण की रक्षा के बारे में जागरूकता भी फैलाना चाहते हैं।
उन्होंने एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले लोगों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस हादसे में मौत का शिकार हुए 50 से अधिक डॉक्टरों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है।
कोविड की स्थिति पर एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है , फिर भी जनता को सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की सलाह दी जाती है।
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लोगों से भीषण गर्मी के बीच सुरक्षित रहने का किया आग्रह
गर्मी के पीक ऑवर्स में बरतें खास सावधानियां: डॉ. सुमिता मिश्रा
चंडीगढ़, 13 जून।
सुनील कुमार जांगड़ा.
हरियाणा सरकार ने राज्य में भीषण गर्मी की स्थिति के बीच लोगों से सतर्क रहने और खुद को एवं अपने परिवार तथा पशुओं को भीषण गर्मी से बचाने के लिए सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की वित्त आयुक्त डॉ. सुमिता मिश्रा ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में गर्मी से बचाव के लिए “क्या करें और क्या न करें” के बारे में सक्रिय रूप से प्रचार करें और यह सुनिश्चित करें कि मनुष्यों और पशुओं पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए पर्याप्त उपाय किए जाएं।
उन्होंने इन उपायों में सार्वजनिक स्थानों पर पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना, गर्मी से बचाव के उपायों के बारे में गहन जन-जागरूकता अभियान शुरू करना, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक हीट स्ट्रोक रोगियों के लिए पर्याप्त चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित करना और हीटवेव के चरम घंटों के दौरान मैनुअल मजदूरों, फेरीवालों, विक्रेताओं और रिक्शा चालकों के लिए काम के घंटों के बारे में सलाह जारी करना शामिल है। हीट स्ट्रोक के कारण होने वाले प्रभाव को कम करने और गंभीर बीमारी या मृत्यु को रोकने के लिए डॉ. मिश्रा ने लोगों से “क्या करें और क्या न करें” के व्यापक नियमों एवं सुझावों का पालन करने का आग्रह किया है।
निर्जलीकरण से प्रभावी रूप से निपटने के लिए, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) को पर्याप्त सलाइन घोल और पर्याप्त बिस्तरों से पूरी तरह सुसज्जित रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने नागरिकों को सलाह दी है कि वे प्यासे न होने पर भी पर्याप्त पानी पीएं और यात्रा करते समय पानी साथ रखें।
उन्होंने हल्के रंग के ढीले-ढाले और छिद्रयुक्त सूती कपड़े पहनें, साथ ही बाहर जाने पर धूप का चश्मा, छाता, पगड़ी/स्कार्फ, टोपी, जूते या चप्पल जैसे सुरक्षात्मक उपकरणों अथवा वस्तुओं का उपयोग करने की सलाह दी है। बाहर काम करने वालों को टोपी या छाता पहनने और सिर, गर्दन, चेहरे और शरीर के मुलायम अंगों पर गीला कपड़ा रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा है कि पुनर्जलीकरण महत्वपूर्ण है, और ओआरएस और लस्सी, नींबू पानी और छाछ जैसे घर के बने पेय का खूब उपयोग करें।
डॉ. मिश्रा ने गर्मी से संबंधित बीमारियों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, पसीना आना और दौरे के लक्षणों को पहचानने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, और लोगों से आग्रह किया कि अगर वे बेहोश या बीमार होना महसूस करते हैं तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। कमज़ोर प्राणियों की सुरक्षा प्राथमिकता है, इसलिए जानवरों को छाया में रखने और भरपूर पानी देने की सलाह दी जाती है, साथ ही दिन के समय पर्दे, शटर या सनशेड का उपयोग करके घरों को ठंडा रखने की सलाह दी जाती है। गर्भवती महिला श्रमिकों और चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों को अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है।
डॉ. सुमिता मिश्रा ने हीटवेव के दौरान कुछ गतिविधियों के प्रति सख्त चेतावनी दी। उन्होंने जोर देकर कहा, “किसी भी परिस्थिति में बच्चों या पालतू जानवरों को पार्क किए गए वाहनों में न छोड़ें।” लोगों को धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए, खासकर दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे के बीच, और जब बाहर का तापमान अधिक हो तो ताकत का उपयोग करने वाली गतिविधियों से बचना चाहिए।
इसके अलावा, पीक ऑवर्स के दौरान खाना पकाने से बचने की सलाह दी जाती है। अगर आवश्यक हो तो खाना पकाने के क्षेत्रों को पर्याप्त रूप से हवादार रखने की सलाह दी जाती है। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचना चाहिए, क्योंकि ये शरीर को निर्जलित करते हैं।
डॉ. मिश्रा ने कामगारों के स्वास्थ्य की रक्षा और उत्पादकता बढ़ाने के लिए तेज गर्मी के समय से बचने के लिए काम के घंटों को पुनर्निर्धारित किया जाना चाहिए। श्रम विभाग को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करने के लिए भी निर्देशित किया, विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्रों और बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि गर्मी से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए कार्य स्थलों पर आपातकालीन चिकित्सा सहायता आसानी से उपलब्ध हो।
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योग के साथ अनुशासित जीवनशैली अपनाएं युवा: राव नरबीर सिंह
योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने की सहभागिता
चण्डीगढ़, 13 जून — हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने आज गुरुग्राम के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहभागिता कर योग के प्रति अपने दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता को दोहराया। यह प्रशिक्षण सत्र आगामी 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के तहत आयुष विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
गुरुग्राम में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों योग साधकों, सामाजिक संगठनों तथा स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। योग प्रशिक्षकों द्वारा प्रतिभागियों को विभिन्न योगासनों, प्राणायाम और ध्यान की विधियों का अभ्यास कराया गया।
राव नरबीर सिंह ने उपस्थितजन को संबोधित करते हुए कहा कि योग न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत है, बल्कि यह सम्पूर्ण विश्व को स्वास्थ्य, समरसता और आत्मिक शांति का संदेश देने वाला विज्ञान है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज योग वैश्विक पहचान बना चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है और आयुष विभाग द्वारा किए जा रहे ऐसे आयोजनों से प्रदेश में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। उन्होंने विशेष रूप से युवा पीढ़ी से आग्रह किया कि वे योग को अपने जीवन में अपनाएं और उसे एक अनुशासित जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
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मई माह तक अनुसूचित जाति के 311 लाभार्थियों को 221.74 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की प्रदान
चण्डीगढ़, 13 जून — हरियाणा के सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान मई माह तक विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अनुसूचित जाति के 311 लाभार्थियों को 221.74 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिसमें 24.14 लाख रुपये की सब्सिडी भी शामिल है।
श्री कृष्ण कुमार बेदी ने बताया कि निगम द्वारा अनुसूचित जाति से संबंधित लोगों को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत ऋण मुहैया करवाया जाता है ताकि वे अपना कारोबार और स्व-रोजगार स्थापित कर सकें। इन श्रेणियों में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र, व्यापार और कारोबार क्षेत्र तथा स्व-रोजगार क्षेत्र शामिल हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की सहायता से लागू योजनाओं के तहत भी उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र के अंतर्गत 130 लाभार्थियों को डेरी फार्मिंग, भेड़ पालन और सूअर पालन के लिए 104.72 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया है, जिसमें से 97.61 लाख रुपये बैंक ऋण और 7.11 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में जारी किए गए हैं। इसी प्रकार, औद्योगिक क्षेत्र, व्यापार और कारोबार क्षेत्र के अंतर्गत 177 लाभार्थियों को 114.52 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई, जिसमें से 86.44 लाख रुपये बैंक ऋण, 16.63 लाख रुपये की सब्सिडी और 11.45 लाख रुपये मार्जिन मनी के रूप में जारी किए गए।
इसी प्रकार, व्यावसायिक एवं स्व-रोज़गार क्षेत्र के अंतर्गत 4 लाभार्थियों को 2.50 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई, जिसमें से 1.85 लाख रुपये बैंक ऋण, 40 हजार रुपये की सब्सिडी और 25 हजार रुपये मार्जिन मनी के रूप में जारी किए गए।
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मानवता के लिए हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा जरूर लगाए: महीपाल ढांडा
शिक्षा मंत्री ने उग्राखेड़ी गांव में पौधारोपण कर जिले को हरा भरा रखने का दिया संदेश
चण्डीगढ़, 13 जून — हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री महीपाल ढांडा ने आज पानीपत के गांव उग्राखेड़ी में संकल्प से सिद्धि की और सफाई अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ पौधारोपण किया व साफ-सफाई कर लोगों को नियमित रूप से सफाई करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सफाई हमारे जीवन का हिस्सा होना चाहिए।
श्री महीपाल ढांडा ने गांव उग्राखेड़ी सहित कई अन्य स्थानों पर भी पौधारोपण किया। उन्होंने कहा कि मानवता के लिए हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव के विकास को लेकर राज्य सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। हर गांव का सम्मानतर रूप से विकास किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने गांव में विकास कार्यों को लेकर अपने निजी कोष से चार लाख रुपये की राशि खर्च करने की घोषणा की। इसमें एक लाख रुपये की राशि क्रिकेट पिच बनाने, एक लाख रुपये की राशि स्टेडियम एसोसिएशन द्वारा मैंटेनेंस करने और दो लाख रुपये वरिष्ठ सिटिजन क्लब को विकासात्मक कार्याें पर खर्च करने की घोषणा की।