पार्ट टाइम जॉब में पैसे कमाने के नाम पर यदि आपसे कोई इन्वेस्टमेंट करने की बात कहे तो सावधान हो जाएं*
पलवल.29 जनवरी।
सुनील कुमार जांगड़ा.
पुलिस प्रवक्ता के माध्यम से एस पी पलवल डॉक्टर अंशु सिंगला आईपीएस ने बताया कि जिला पुलिस की तरफ से टास्क या इन्वेस्टमेंट के नाम पर होने वाली साइबर ठगी के बारे में नागरिकों को जागरूक करने के लिए साइबर एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें इस प्रकार की साइबर ठगी से बचने के उपाय के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है।
साइबर फ्रॉड की प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है कि साइबर अपराधी किस प्रकार आपको साइबर ठगी का शिकार बनाते हैं। सबसे पहले आपके वाट्सएप पर विदेशी या स्वदेशी नम्बरों से मैसेज आता है जोकि आपको पार्ट टाइम जॉब देने के नाम पर होता है। उसमे आपको कुछ बडे बडे यूट्यूब चैनल दिये जाते है जिन्हे आपको सब्सक्राइब करके उसका स्क्रीन शाट उन्हे भेजना होता है। जिसके बदले मे वो आपको एक सब्सक्राइब करने का 50 रुपये देते हैं। आपको शुरूआत मे लगभग 3 सब्सक्राइब का टास्क दिया जाता है और जब आप उन्हे टास्क पूरा करके व्हाट्सएप पर स्क्रीनशॉट भेज देते हैं तो ये आपको बोलते हैं कि यदि आपको पैमेंट लेना है तो वो आपको एक टेलीग्राम की आईडी देते है और बोलते हैं कि इस आईडी पर मैसेज करो, जैसे ही आप टेलीग्राम पर मैसेज करते हो तो वो आपकी बैंक डिटेल मांगते हैं। उसके बाद आपके खाते मे 150 रुपये आ जाते है। उसके बाद ये आपको टेलीग्राम पर एक ग्रुप का लिंक भेजते हैं कि आप इस ग्रुप मे एड हो जाओ हम आपको इस ग्रुप मे हर आधे घंटे मे इसी प्रकार का लिंक देंगे आपको उसे सब्सक्राइब करके उसका स्क्रीनशॉट वापिस उसी ग्रुप मे भेजना है। उसके बाद आपके कुछ पैसे प्राप्त होते है। फिर आपके पास उसी ग्रुप के एडमिन द्वारा मैसेज आता है कि यदि आप अपने पैसों को ओर भी ज्यादा बढाना चाहते है तो आप और पैस इन्वेस्ट करें व इस ग्रुप मे कुछ लोग फर्जी मैसेज भी करते हैं कि मैने इसके माध्यम से बहुत सारे पैसे कमा लिए हैं जिससे व्यक्ति को लालच आ जाता है और आप इसमें और पैसे इन्वेस्ट करने शुरू कर देते हैं। उसके बाद जैसे जैसे आप पैसे डालते जाते हैं तो आपको वो एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाते है, जहां आपको आपके पैसे एक वर्चुअल खाते मे दिखाई तो देते है पर आप जब उन्हे निकालने की कोशिश करते हैं तो आपको बोला जाता है कि दूसरे राउंड मे पैसे लगाने के बाद ही अपने पहले वाले पैसे निकाल सकते हैं, दूसरे के बाद तीसरा और तीसरे के बाद चौथा राउंड। इस तरह आपके पैसे फंस जाते हैं व आप टास्क फ्राड का शिकार हो जाते हैं।
टास्क फ्राड से बचाव के तरीके*:-
1. आपको किसी विदेशी या भारतीय मोबाइल नम्बर से कोई पार्ट टाइम जॉब के लिए कोई मैसेज आता है तो आपको अच्छी तरह जांच पडताल करनी चाहिए। यदि आपको थोडा भी शक हो तो उसे आपको अनदेखा कर डिलीट कर देना चाहिए।
2. पार्ट टाइम जॉब आफर मे ज्यादा मुनाफे के चक्कर मे ना फसें और इस प्रकार के मैसेज को अनदेखा करें।
3. किसी भी प्रकार की जॉब के लिए आपको पैसे देने की आवश्यकता नही होती है, अत कोई भी भुगतान न करें।
4. यदि आपके पास पार्टटाइम जॉब का आफर आता है तो व्हाट्सएप या टेलीग्राम की बजाय मिलकर आमने सामने ही बात करें।
5. यदि आपको पार्टटाइम जॉब के लिए मैसेज आता है तो आप जॉब देने वाली कम्पनी के आफिस का पता लेकर उसे वेरिफाई करे। पार्ट टाइम जॉब आफर देने वाली कम्पनी से अपॉइंटमेंट लेटर देने के लिए बात करें।
6. पार्टटाइम जॉब आफर मे जिस नंबर से आपके पास व्हाट्सएप मैसेज आता है उस नम्बर पर जब आप कॉल करेंगे तो कभी भी आपका कॉल रिसीव नही किया जाता है, उसे साधारण काल करके सुनिश्चित करें।
7. टास्क/इन्वेस्टमेंट फ्राड मे आपके बैंक खाते में हर बार अलग अलग बैंक खातों से पैसे आते है। जबकि वास्तविक कम्पनियों से आपके बैंक खाते मे एक ही खाते से पैसे आते हैं।
8. वास्तविक कम्पनी आपको पैसे डालने के लिए कभी भी अलग अलग बैंक खाते या अलग अलग यूपीआई आईडी नहीं देती। यदि अलग अलग बैंक खाते दिए जाते हैं तो आप सावधान हो जाएं।
एसपी डॉ अंशु सिंगला ने कहा कि जिला पुलिस द्वारा आमजन को जागरूक करने के लिए लगातार जागरूक अभियान चलाए जा रहे हैं। इसलिए आमजन से अनुरोध है कि वह साइबर अपराधों के प्रति जागरूक बने और अपने तथा अपने साथियों को साइबर ठगी का शिकार होने से बचाएं। अगर आपके साथ इस प्रकार का फ्रॉड हो जाता है तो बेझिझक साइबर क्राइम थाना या नजदीकी पुलिस थाना में जाकर थाना में स्थापित साइबर डेस्क व नेशनल साईबर क्राइम रिपोटिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर जाकर शिकायत दर्ज करवा सकते है। इसके अलावा राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर डायल कर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड करा सकते हैं।