
फरीदाबाद, 13 मार्च।
सुनील कुमार जांगड़ा.
प्रौद्योगिकी-आधारित शिक्षा में अपनी श्रेष्ठता को और मजबूत करते हुए, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एम आर आई आई आर एस) ने आई आई टी कानपुर के सहयोग से उत्तर क्षेत्र एस पी ओ सी सम्मान समारोह एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम एस डब्ल्यू ए वाई ए एम. एनपीटीईएल पहल के तहत हुआ, जो भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय का प्रमुख पहल है।
इस कार्यशाला में दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से शिक्षाविद, शोधकर्ता और छात्र शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेज (एम ओ ओ सी एस) और बहुविषयक शिक्षा की संभावनाओं पर चर्चा करना था।
मानव रचना डिजिटल लर्निंग में अग्रणी रहा है और एस डब्ल्यू ए वाई ए एम. एनपीटीईएल कार्यक्रम में ‘ए ए’ रेटिंग प्राप्त करते हुए हरियाणा में शीर्ष स्थानों पर रहा है।
कार्यशाला में प्रो. डॉ. सत्यकी रॉय (राष्ट्रीय समन्वयक,एस डब्ल्यू ए वाई ए एम. एनपीटीईएल, आई आई टी कानपुर) और डॉ. अंगना सेनगुप्ता (लोकल चैप्टर कोऑर्डिनेटर, आई आई टी कानपुर) ने संस्थानों के डिजिटल लर्निंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने पर चर्चा की। एम आर आई आई आर एस के एसोसिएट डीन अकादमिक्स डॉ. कमलेश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिससे विश्वविद्यालय को कई सम्मान मिले हैं।
एम आर आई आई आर एस के कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने शिक्षकों और छात्रों के डिजिटल लर्निंग अपनाने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ” हम ऑनलाइन लर्निंग को शैक्षणिक कार्यक्रमों का अभिन्न हिस्सा बनाकर छात्रों को प्रतिस्पर्धी माहौल में सफल होने और भारत की कार्यशक्ति में प्रभावी योगदान देने के लिए तैयार कर रहे हैं।”
एम आर आई आई आर एस के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. नरेश ग्रोवर ने कहा, “एन पी टी ई एल का विस्तार तेजी से हो रहा है और इसका प्रभाव अकादमिक एवं तकनीकी क्षेत्रों में व्यापक है। मानव रचना अनुसंधान-आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करते हुए एस डब्ल्यू ए वाई ए एम. एनपीटीईएल के माध्यम से छात्रों को उत्कृष्ट स्तर का शिक्षण प्रदान कर रहा है।”
वर्तमान में 29,000+ पाठ्यक्रमों को सपोर्ट कर रहा मानव रचना का एस डब्ल्यू ए वाई ए एम एनपीटीई एल लोकल चैप्टर, छात्रों को अकादमिक क्रेडिट अर्जित करने, गेट परीक्षा की तैयारी करने और उद्योग से जुड़े कोर्स करने का अवसर देता है। डिजिटल लर्निंग को अपनाकर, मानव रचना वैश्विक मानकों के अनुरूप उच्च शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी बना हुआ है।
एम आर ई आई के बारे में:
1997 में स्थापित, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एम आर ई आई) शिक्षा में उत्कृष्टता का प्रतीक हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट शिक्षा प्रदान करते हैं। 41,000 से अधिक पूर्व छात्र, 120+ वैश्विक शैक्षणिक सहयोग और 80+ नवाचार और ऊष्मायन उद्यमों के साथ, एम आर ई ए प्रमुख संस्थानों का केन्द्र है, जिसमें मानव रचना विश्वविद्यालय (एम आर यू), मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एम आर आई आई आर एस) – एनएएसी ए++ मान्यता प्राप्त, और मानव रचना डेंटल कॉलेज (एम आर आई आई आर एस के तहत) –एन ए बी एच मान्यता प्राप्त हैं। एम आर ई आई भारत भर में 12 स्कूल भी संचालित करता है, जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्रम जैसे आई बी और कैम्ब्रिज प्रदान करते हैं।एम आर आई आई आर एस को क्यू एस 5-स्टार रेटिंग्स मिली हैं, जिनमें शिक्षण, रोजगार, अकादमिक विकास, सुविधाएं, सामाजिक ज़िम्मेदारी और समावेशिता शामिल हैं। एम आर आई आई आर एस हाल ही में एन आई आर एफ रैंकिंग 2024 में शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची में 92वें स्थान पर पहुंचा और डेंटल श्रेणी में 38वें स्थान पर था। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं: https://manavrachna.edu.in/