- अखिल नाथ को विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उपाध्यक्ष बनने हेतु सौपा गया पत्र
- संतोष कुमार नरेंद्र कुमार को बनाया अध्यक्ष, अखिल नाथ नियुक्त हुए उपाध्यक्ष
नई दिल्ली। विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के कुलपति डॉ संभाजी बाविस्कर द्वारा दिल्ली समेत समस्त उत्तर भारत की कार्यकारिणी के गठन हेतु बैठकों का दौर जारी है। दिल्ली में हुई बैठक के दौरान विद्यापीठ के कुलपति डॉ संभाजी बाविस्कर एवं महाराष्ट्र से विद्यापीठ के प्रतिकुलपति श्री राज आल्विन देवदास सहित दिल्ली एवं हरियाणा के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। बैठक के दौरान दिल्ली एवं हरियाणा राज्य समिति के गठन पर विचार विमर्श किया गया। जिसके बाद दिल्ली से उत्तम नगर के रहने वाले संतोष कुमार सुखवानी पिता श्री नरेंद्र कुमार एकेडमी प्रज्ञा एजुकेशन के चेयरमैन, को राज्य स्तरीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया। संतोष कुमार नरेंद्र कुमार न गाँधी उत्साह वर्द्धन सम्मान से सम्मानित हैं बल्कि एक वरिष्ठ समाजसेवक भी हैं।
कौन हैं अखिल नाथ
उन्नत भारत संगठन के संस्थापक समाजसेवी पत्रकार स्व० भारत प्रेम नाथ के पुत्र अखिल नाथ न केवल समाजसेवी संस्थाओं से जुड़कर समस्त उत्तर भारत में सक्रिय रूप से समाज सेवा कर रहे हैं, बल्कि वे पंजाब केसरी, युगमार्ग, भेदी नज़र, हरियाणा उदय जैसे अनेकों अखबारों में अपने लेखों के ज़रिये समाज में जनचेतना का प्रसार कर रहे हैं। उन्नत भारत संगठन के युवा अध्यक्ष श्री अखिल नाथ को विद्यापीठ के उपाध्यक्ष के पद हेतु नियुक्त किया गया। दिल्ली के युवा समाजसेवक, पत्रकार एवं उन्नत भारत सेवाश्री सम्मान समारोह के संयोजक युवा अध्यक्ष होने के साथ ही अखिल नाथ कई राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में अहम् पदों का कार्यभार संभाल रहे हैं।
अखिल नाथ के कार्यों को देखते हुए उन्हें महज़ 23 वर्ष की आयु में विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ का दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष चुना गया है। उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें महज़ 23 वर्ष की आयु में विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ का दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष चुना गया है। अखिल नाथ का चयन महाराष्ट्र एवं दक्षिण भारत की कार्यकारिणी के सदस्यों एवं विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के कुलपति डॉ संभाजी बाविस्कर एवं प्रतिकुलपति राज आल्विन देवदास द्वारा किया गया।
अखिल नाथ 14 वर्ष की आयु से अपने पिता के मार्गदर्शन में उन्नत भारत संगठन के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। नाथ ने दिल्ली विश्विद्यालय से कॉमर्स में स्नातक सम्पूर्ण किया है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी दिल्ली में ही संपन्न हुई है। 2021 में पिता श्री भारत प्रेम के दुखद देहांत के बाद उन्होंने उन्नत भारत सेवाश्री सम्मान समारोह का कार्यभार अपने युवा कंधो पर उठाया। अखिल नाथ के इस दृढ़ निश्चय के कारण पद्मश्री विजय कुमार चोपड़ा, श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर विद्यागिरि जी महाराज, उपकुलपति प्रो डॉ राजीव सूद, जस्टिस कैलाश गंभीर सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें इस विक्रमशिला विद्यापीठ के उपाध्यक्ष बनने पर शुभकामनाएं दी।
हरियाणा में भी कार्यकारिणी का हुआ विस्तार
हरियाणा प्रदेश में विद्यापीठ के कार्यों को बढ़ावा देने के लिए कुलपति डॉ संभाजी बाविस्कर एवं प्रतिकुलपति राज आल्विन देवदास द्वारा सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता मनोज कुमार का चयन किया गया। मनोज कुमार न्यायिक सेवा के क्षेत्र में जाना माना नाम होने के साथ-साथ देशप्रेम एवं समाज में फैली कुरीतियों का पुरज़ोर विरोध कर समाज में जनचेतना का प्रसार कर रहे हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए उन्हें हरियाणा राज्य का कार्यभार सौपा गया है।
बता दें की बिहार के भागलपुर से पंजीकृत यह विद्यापीठ भारतीय अधिनियम के अंतर्गत निबंधित है, जिसका लक्ष्य हिंदी भाषा का प्रचार एवं प्रसार है। समस्त भारत में विद्यापीठ के द्वारा हिंदी साहित्य, दर्शन, कला संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु अनेकों प्रयास किये जा रहे हैं। विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ साल 1969 से हिंदी भाषा को बढ़ावा देने हेतु सक्रिय रूप से कार्यरत है। विद्यापीठ की महराष्ट्र कार्यकारिणी एवं प्रतिकुलपति सहित समस्त कार्यकारिणी ने दिल्ली एवं हरियाणा की कार्यकारिणी का स्वागत किया है।