नूँह /तावड़ू.02 जून।
सुनील कुमार जांगड़ा.
नूंह जिले में तावडू उपमंडल के गाँव बिस्सर अकबरपुर-कामधेनु आरोग्य संस्थान प्रबंधन समिति द्वारा आज 02 जून 2024 को मासिक हवन पश्चात संबोधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दिव्य कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एमिटी विश्वविद्यालय मानेसर के कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीतम बाबू शर्मा का स्वागत डॉक्टर एसपी गुप्ता.उषा गर्ग.अनुपम गुप्ता ने पुष्प माला.कामधेनु स्मृति चिन्ह एवं संस्थान में पंचगव्य से निर्मित उत्पादों का गिफ्ट पैक भेंट करते हुए सम्मान किया।
इस अवसर पर अतिविशिष्ट अतिथि अतिरिक्त एवं जिला सत्र न्यायाधीश राजेश गर्ग का संस्थान के महामंत्री प्रियंक गुप्ता और महेंद्र गोयल.डॉक्टर ओम प्रकाश.सुनील जिंदल ने किया और प्रसिद्ध समाज सेविका आशा विष्णु भगवान का संस्थान की अध्यक्षा शशि गुप्ता. सबिता उपाध्याय व बबीता नागर.मीना गुप्ता ने किया।
संत विजेन्द्र दास जी महाराज, गुलाब दासी आश्रम, हाँसी हिसार का दीपक जैन. रेनू गुप्ता.आचार्य मनीष शर्मा के अलावा विशिष्ट अतिथि सीनियर सिटीजन फेडरेशन न्यू गुरुग्राम के अध्यक्ष सुंदरलाल सिंघल का विशाल गर्ग.आदर्श गर्ग. सरस्वती बंसल और खाटू श्याम विशाल मंदिर दिल्ली धाम के ट्रस्टी पुरेंद्र गोयल का भारत कुमार.तेजपाल.अंकित जैन तथा थ्री डाइमेंशनल कैपिटल सर्विस लिमिटेड के अध्यक्ष पंकज खेतान का सुनील कुमार जांगड़ा.विनोद गोयल.विवेक बाल्यान.नरेश बिस्सर व हिंदू रक्षा महासभा के राष्ट्रीय सलाहकार सतबीर का पायल गर्ग.मधु गुप्ता.गोपाल मिश्रा.मधु गुप्ता सीमा सिंघल ने स्वागत किया। जहां पर हरियाणा राज्य और देश के अनेक महानुभाव शामिल रहें।
सर्वप्रथम कामधेनु आरोग्य संस्थान के संस्थापक डॉ एसपी गुप्ता ने संबोधन में कहा कि सबको यह बताना चाहता हू कि हर महीने के पहले रविवार को यह आयोजन किया जाता हैं। जिसमे विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालुगण यहां आकर इस संस्थान की सेवा भाव से मदद करते हैं और मै आप सबका आभारी हूं कि आप लोग हमारी संस्कृति और सभ्यता को आगे बढ़ाने में तन मन और धन से मदद कर रहे हैं। गौ माता की सेवा करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। इस संस्थान में कल्पवृक्ष भी है जो मनोकामना पूर्ति के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
मुख्य अतिथि एमिटी विश्वविद्यालय मानेसर के कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रीतम बाबू शर्मा ने संस्कार संस्कृति और स्वास्थ्य पर जोर देते हुए कहा की हमें दिव्य भारत, भव्य भारत और विकसित भारत का निर्माण करना है तो हम सब अपने-अपने क्षेत्र में कार्य करते हुए अपनी संस्कृति और विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचा कर नवभारत के निर्माण में योगदान दें। ऐसा भारत जो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हो। उसके पश्चात उन्होंने डॉक्टर एस पी गुप्ता और शशि गुप्ता जी के योगदान की हार्दिक प्रशंसा की जो अपने सम्पूर्ण समर्पण से गौसेवा के संवर्धन और संरक्षण के अलावा नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए तन मन धन से संकल्पित है।
माननीय अतिरिक्त जिला एवम् सत्र न्यायाधीश राजेश गर्ग ने संबोधन में कहा कि कामधेनु संस्थान में मैं पहली बार आया हूँ और यहाँ की दिव्यता देखकर मैं प्रयास करूंगा कि यहाँ पर हर महीने आया करूँ और यहाँ हो रहे सेवा कार्यों में यथा शक्ति सहयोग करूँ। हम सबको एकता के साथ तन, मन, और धन से जितना हो सके सहायता करनी चाहिए। गौ माता की सेवा करने से मन को अत्यंत शांति मिलती है। गौ माता की सेवा हमारा धर्म और कर्म हैं। हम सबको कामधेनू संस्थान के साथ जुड़कर सेवा के कामों में सम्मिलित होना चाहिए।
सन्त विजेन्द्र दास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि ऐसी जगह जहां बच्चे संस्कृति, संस्कार, और स्वास्थ्य के महत्व को समझ सकें बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए, आप किसी सांस्कृतिक संस्थान या धार्मिक स्थल का सहारा ले सकते हैं, जहां ऐसी शिक्षा दी जाती हो। हफ्ते में एक बार रामायण, महाभारत, और रामचरितमानस का ज्ञान दिलाने का प्रयास करना बच्चों के लिए न केवल शिक्षात्मक होगा, बल्कि उनके व्यक्तित्व और सामाजिक संवेदनशीलता में भी सुधार लाएगा। पहले गौ माता को बहुत माना जाता था जो आजकल के बच्चे नही मानते है. हमें हमारे बच्चों को हमारी संस्कृति से रूबरू कराना होगा जिससे वह अपने मां बाप और अपनी संस्कृति से जुड़े रहे।
इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी आशा विष्णु भगवान ने कहा कि मैं कामधेनु संस्थान में हर महीने गौ माता की सेवा करने आती हूँ। हम सबको एकता के साथ तन, मन और धन से जितना हो सके सहायता करनी चाहिए। गौ माता की सेवा करने से मन को अत्यंत शांति मिलती है। गौ माता की सेवा हमारा धर्म और कर्म हैं।
हिंदू रक्षा महासभा के राष्ट्रीय सलाहकार सतवीरजी ने कहा कि, गौ माता की सेवा से आपकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। गौ माता की सेवा सर्वोच्च मानी जाती है क्योंकि वह न केवल एक गौ माता है, बल्कि हमारे संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। गौ माता हमें नारी शक्ति, परिश्रम, और समर्पण की महत्वपूर्ण शिक्षा देती है। उसकी सेवा करने से हम न केवल अपने आसपास के पर्यावरण को समृद्ध करते हैं, बल्कि अपनी आत्मा को भी सुख, शांति और संतोष की अनुभूति होती है। इसलिए, गौ माता की सेवा हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और उसे सर्वोच्च माना जाता है।
कार्यक्रम में समापन दौरान संस्थान की अध्यक्षा शशि गुप्ता ने संबोधन में कहा कि सभी महानुभाव वक्ताओं के विचार बहुत ही मूल्यवान है। हालांकि, गौ माता और हमारी संस्कृति के महत्व को समझाने के लिए, हमें अपने बच्चों को उनकी मूल संस्कृति के प्रति समर्पित करने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें उन्हें सांस्कृतिक संस्थानों या धार्मिक स्थलों में ले जाना चाहिए, जहां उन्हें अपनी संस्कृति और धरोहर के प्रति प्रेरित किया जा सके। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपनी संस्कृति को महत्व देने लगेंगे। हमारे संत हमे हमारी संस्कृति से जोड़ते हैं और हमारा मार्गदर्शन करते हैं उन्होंने सभी श्रद्धालुओं का कार्यक्रम में पहुंचने पर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पूर्व डीजीपी वाई पी सिंघल. सुभाष यादव, दिनेश गोयल, हिसार.प्रोमिला गोयल.साक्षी जैन. अमित अग्रवाल.रविंद्र गुप्ता. दिनेश राघव के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे गौ भक्त शामिल थे।